कल रात लगभग 9:00 बजे कुकडेश्वर एक वैवाहिक कार्यक्रम से नीमच लौट रहा था। मनासा से थोड़ा सा बाहर नाकोडा रेस्टोरेंट के बाहर एक भीषण सड़क हादसा हुआ है मेरे साथ मेरी माता एवम परिवार के बचे भी थे मैने ड्राइवर से गाड़ी साइड में लगाने को कहा मैने नीचे उतर कर देखा कि एक पूरा परिवार दुर्घटना से घायल हुआ है जैसे ओमनी वेन में फंसे परिवार को बाहर निकाला 3 पुरुष एक महिला एक बच्ची से करहा रहे थे
मनासा से थोड़ा सा बाहर नाकोड़ा रेस्त्रां के बाहर एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। मेरे साथ मेरी माता एवम परिवार के बच्चे भी थे। मैने ड्राइवर से गाड़ी साइड में लगाने को कहा।
मैंने नीचे उतर कर देखा कि एक पूरा परिवार दुर्घटना से घायल हुए है। जैसे तैसे omni van में फसे परिवार को बाहर निकाला।
3 पुरुष एक महिला एक बच्ची दर्द से करहा रहे थे।
वहां पास में ही ढाबे पर लगभग luxury 5 गाड़िया खड़ी थी।
मैने सबसे विनती की कि कोई गाड़ी लगाए तो घायलों को अस्पताल पंहुचाये।
पर एक भी गाड़ी वाले ने हिम्मत नही की।
तब मैंने मेरी माँ और परिवार के सदस्यों को गाड़ी से उतारा और रेस्त्रां के बाहर रुकने को कहा। एक एक करके मैं उन्हें अपनी गाड़ी में बिठा रहा था तभी एम्बुलेंस भी आ गई।
फिर उन्हें मैं हॉस्पिटल ले गया। परिवार का कोई attender साथ नही था तो मैं स्वंयं गया।
मनासा के सरकारी अस्पताल पंहुचकर इलाज करवाया।
इस दौरान भाजपा के नेता अजय जी का आना हुआ। और इन्होंने डॉ स्टॉफ को हड़काया तुरन्त एम्बुलेंस से नीमच रेफेर किया। फिर मैंने उनके परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया एवम उनके साथ नीमच अस्पताल में भर्ती करवाया।
मेरा कहने का तात्पर्य है कि कही भी दुर्घटना में हमारी पहले जिम्मेदारी है प्रभावित को अस्पताल पंहुचाना। लेकिन लोग तमाशबीन बनकर तमाशा देखते है।
Pls इस post से प्रभावित होकर आप सबने किसी भी एक परिवार को दुर्घटना स्थल से अस्पताल पंहुचा दिया तो मेरी पोस्ट का मतलब सफल हो जाएगा।